त्यौहार, रोशनी, मिठाइयाँ, उपहार, पटाखे, परिवार और दोस्त – ये सभी वो चीजें हैं जो दिवाली को परिभाषित करती हैं। दिवाली आते ही देश भर में इस त्यौहार की धूम मच जाती है, लोग भिन्न भिन्न प्रकार से इस त्यौहार को मनाते हैं। मिठाईयां, पटाखे, घरों की सजावट, नए कपडे, उपहार ये सभी इस त्यौहार के मुख्य आकर्षण के केन्द्र होते हैं। किन्तु ये सभी जितने लुभावने होते हैं खासकर मिठाइयां और पटाखे, ये उतने ही आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी होते हैं।
दिवाली के त्यौहार के दौरान जैसे जैसे मिठाईयों की माँग बढ़ती है वैसे ही इसमें मिलावट होना शुरू हो जाती है जो मानव स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है उसी प्रकार पटाखों से साल दर साल प्रदूषण में वृद्धि होती जा रही है। यह बढ़ता प्रदूषण मानव स्वास्थ्य के लिए एक बड़ा खतरा बनता जा रहा है।
[box type=”shadow” align=”” class=”” width=””]कुछ आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2018 में – कुल 12.4 लाख मौतों में से 6.7 लाख मौतें आउटडोर पार्टिकुलेट मैटर वायु प्रदूषण की वजह से हुईं जबकि 4.8 लाख मौतें घरेलू वायु प्रदूषण के कारण हुईं।[/box]कैसे मनाये सेहत वाली दिवाली
तो यदि आप इस दिवाली पटाखे जलाने या इन अनहेल्दी मिठाइयों को खाने का सोच रहें हैं तो सावधान हो जायें, इसके कारण आप बीमार हो सकते हैं। इस सबसे बचने के लिए आज हम आपको यहाँ कुछ दिवाली टिप्स बताने जा रहे हैं जिससे आप इको-फ्रेंडली दिवाली मना सकते हैं।
आइये जानते हैं इस साल कैसे मनाएं सेहत वाली दिवाली –
1. पटाखे न जलायें
पटाखे जलाकर आप कुछ समय के लिए खुश हो सकते हैं परन्तु इसके बाद यह केवल प्रदूषण फ़ैलाने में सहयोग देते हैं। पटाखे केवल वायु प्रदूषण में ही सहयोग नहीं देते अपितु इनके शोर से ध्वनि प्रदूषण भी फैलता है। साथ ही ये खतरनाक भी होते हैं अतः जितना जल्दी हो सके पटाखों का प्रयोग निषेध करें।
इस सबको ध्यान में रखते हुए और पर्यावरण पर इसके प्रभाव को देखते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने 1 नवंबर तक दिल्ली-एनसीआर में पटाखों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया है। इनके स्थान पर आप ग्रीन पटाखों का उपयोग कर सकते हैं।
2. मिट्टी के दीयों का उपयोग करें
दिवाली की सजावट में अच्छे-पुराने तेल के दीये चार चाँद लगा देते हैं और इनसे ज्यादा आकर्षक कुछ भी नहीं हो सकता। बिजली की लड़ियों के स्थान पर आप इन पारंपरिक दीयों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इस तरह, आप सिर्फ पर्यावरण को ही नहीं बचाएंगे अपितु आप स्थानीय कारीगरों का भी समर्थन करेंगे जो इन दीयों को बनाते हैं।
3. रंगोली बनाने के लिए ऑर्गैनिक रंगों का प्रयोग करें
रंगीन और जटिल रंगोली आपके घर की शोभा बढ़ा देती है। दिवाली के अवसर पर प्रत्येक घर में रंगोली बनाना बहुत ही आम है अतः इस बार, रासायनिक रंगों के स्थान पर कार्बनिक/प्राकृतिक रंगों (ऑर्गेनिक रंगों) का चयन करें।
आप भी फूल-पत्तियों, आटे, चावल का उपयोग करके सुन्दर से सुन्दर रंगोली बना सकते हैं।
4. पालतू जानवरों का ध्यान रखें
अगर दिवाली का प्रदूषण आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है तो पटाखों का शोर आपके पालतू जानवरों के लिए बहुत ही भयावह और भ्रामक हो सकता है। आप अपने पड़ोसियों से अनुरोध कर सकते हैं कि वे आपके क्षेत्र में पटाखों का उपयोग न करें और अपने पालतू जानवरों का ध्यान रखें।
उत्सव शुरू होने से पहले दिन में उन्हें टहलने के लिए ले जाएं। जब शाम को लोग पटाखे जलाने लगें तो डरे हुए जानवरों और भटके हुए जानवरों को आश्रय दें।
5. स्मार्ट तरीके से घर की सजावट करें
दिवाली के समय घर की सजावट का अपना एक अलग ही महत्त्व और शोभा होती है। ऐसा आवश्यक नहीं है कि आपको दिवाली के समय हमेशा अपने घर की सजावट के लिए खरीदारी करनी ही पड़े।
आप अपने घर की सजावट अपने द्वारा बनाये हुए शोपीस से भी कर सकते हैं, इसके लिए आप इंटरनेट की मदद भी ले सकते हैं। उदाहरण के लिए, आप अपने घर में पड़ी सभी अनावश्यक सीडी से एक भव्य झूमर बना सकते हैं। ऐसा करने से आप धन की बचत कर सकते हैं।
6. पुराना सामान जरूरतमंदों को दान कर दें
यदि आपके घर में पुराना सामान पड़ा है जो आपके किसी कार्य का नहीं है तो उसे फेंकने के स्थान पर आप किसी जरूरतमंद को दे सकते हैं। ऐसा करके आप किसी गरीब का त्यौहार बना सकते हैं।
गरीबों को ख़ुशी प्रदान करके भी आप अपना त्यौहार मना सकते हैं, यह दिवाली मनाने के सबसे अच्छे तरीकों में से एक है।
7. एनजीओ द्वारा समाजसेवा करें
समाजसेवा करके दिवाली की छुट्टी बिताने का उपाय इसे मनाने का सबसे अच्छा तरीका है। इसके लिए अपने क्षेत्र में एक गैर सरकारी संगठन (NGO) के साथ पंजीकरण करें और एक दिन के लिए उन लोगों को ख़ुशी प्रदान करें जो यह सब पाने में समर्थ नहीं हैं। यह भी दिवाली मनाने का एक उत्तम विचार हो सकता है।
8. उपहार या भोजन की पैकिंग के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करें
त्यौहार के दौरान उपहार और पैकेजिंग खाद्य पदार्थों को लपेटते समय हस्तनिर्मित कागज का उपयोग करें और जितना हो सके प्लास्टिक पेपर का प्रयोग न करें।
9. कचरा सही स्थान और सही तरह से फेंकें
पटाखे से लेकर घर की सजावट इत्यादि से त्योहारों में भारी मात्रा में कचरे का उत्पादन होता है। इस दिवाली, जैव-अपघट्य और गैर-जैव निम्नीकरणीय कचरे (गीला कचरा और सूखा कचरा) को अलग करने का प्रयास करें। उत्सव समाप्त होने के बाद अपने क्षेत्र/ इलाके को साफ रखने का प्रयास करें।
10. घर की बनी मिठाईयों का सेवन करें
त्यौहार के समय दुकानों पर मिठाईयां आसानी से उपलब्ध हो जाती है और इसे खरीदना भी आसान होता है, लेकिन इस समय कोशिश करें की बाहर की मिठाई न खाएं और न ही दूसरों को खाने के लिए दें।
ऐसा इसलिए करें क्योंकि इस समय मिठाई की माँग बढ़ जाने के कारण मिठाई विक्रेता इसमें मिलावट करना आरम्भ कर देते हैं जो अस्वास्थ्यकर होता है। कोशिश करे की घर पर ही मिठाई बनाएं जैसे लड्डू, गुलाब जामुन और खीर जैसी मिठाई। और घर पर बनी हुई मिठाई को ही अपने दोस्तों को परिवारजनों को उपहारस्वरूप दें।
11. दोबारा उपयोग में आने वाले सामान को न फेंकें
अपने दीयों और घर की अन्य सजावट की वस्तुओं को फेंके नहीं, आप इनका प्रयोग अगले वर्ष भी कर सकते हैं। ऐसा करने से आपके धन की भी बचत होगी और साथ ही इससे कचरा भी नहीं फैलेगा। यह भी दिवाली मनाने का एक उत्तम विचार हो सकता है।
उपरोक्त दिए उपायों को करके भी आप अच्छे प्रकार से दिवाली मना सकते हैं। इस पोस्ट को अपने प्रियजनों के साथ ज़रूर शेयर करें ताकि हर कोई इस त्यौहार के सीजन में सुरक्षित रह सके।
जलने या चोट लगने की स्थिति में, तुरंत अपने आस-पास के चिकित्सा आपातकालीन विभाग में जाएँ और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के लिए आज ही क्रेडीहेल्थ चिकित्सा विशेषज्ञों से संपर्क करें।