एक रिसर्च के अनुसार माइग्रेन दुनिया की सबसे आम स्थितियों में से एक है। यह किसी परिवार के कई सदस्यों जैसे बच्चो और वयस्कों सभी को हो सकता है। शायद आप यकीन न करें, पर कुल जनसँख्या का करीबन 12 प्रतिशत हिस्सा लोग माइग्रेन सिरदर्द से पीड़ित हैं। माइग्रेन सामान्य सिरदर्द नहीं होता, कभी कभी यह घातक हो सकता है। इसलिए Migraine Ka Ilaj अत्यंत आवश्यक होता है।एक रिसर्च के अनुसार मोटे व्यक्तियों को पतले लोगों की अपेक्षा माइग्रेन अधिक होता है । यह मोटे लोगों को पतले लोगों की तुलना में करीबन 81 % अधिक होता है। एक शोध में पाया गया कि दुबले पतले लोगों की अपेक्षा मोटे लोग क्रोनिक सिरदर्द के शिकार ज्यादा होते हैं। माइग्रेन का दर्द सामन्यतः सिर के एक हिस्से में होता है, माइग्रेन का दर्द बस एक गंभीर सिरदर्द नहीं होता अपितु यह आपके स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक भी हो सकता है।

माइग्रेन एक प्रकार की न्यूरोलॉजिकल स्थिति होती है जिसके अक्सर निम्न लक्षण हो सकते हैं, जिनमें शामिल हैं-

  • जी मिचलाना
  • उल्टी आना
  • हाथ या पैर में झुनझुनी या सुन्न हो जाना
  • दृश्य परिवर्तन
  • ध्वनि, प्रकाश या गंध के प्रति संवेदनशीलता

यदि इसके कारणों की बात की जाये तो इसके स्पष्ट कारणों का अभी तक कोई साक्ष नहीं मिला है परन्तु कुछ प्राकृतिक बदलावों, जीवनशैली में परिवर्तन, तेज़ प्रकाश, किसी खास तरह की खुशबू, बहुत अधिक शोर, लगातार चिंता और तनाव के साथ साथ सिर के ब्लड वेसेल्स में सूजन आ जाने इत्यादि के कारण हो सकता है।

यहाँ हम आपको यह भी बता दें कि माइग्रेन सिरदर्द आसानी से समाप्त नहीं होता और कभी कभी यह 2 से 3 दिन तक रह सकता है। माइग्रेन दुर्बल और एक पुरानी स्थिति हो सकती है जो कुछ लोगों के लिए दैनिक जीवन को प्रभावित कर सकती है।

वैसे तो migraine ka ilaj और रोकथाम के लिए कई अलग-अलग दवाएं हैं। लेकिन कुछ लोग घरेलू उपायों के द्वारा भी माइग्रेन का उपचार करते हैं और अपने दैनिक जीवन का संतुलन बनाये रखने का प्रयास करते हैं। Migraine ka gharelu ilaj या होम रेमेडीज दी गयी हैं, आइये जानते हैं कौन कौन से तरीकों से माइग्रेन सिरदर्द को नियंत्रित किया जा सकता है।

माइग्रेन का घरेलू इलाज – Migraine Ka Ilaj Gharelu Tareekon Se

यहाँ माइग्रेन सिरदर्द के लिए 10 घरेलू इलाजों के बारे में बताया है, आइये जानते हैं ये किस प्रकार माइग्रेन के दर्द को कम कर सकती हैं-

1. एक्यूप्रेशर

एक्यूप्रेशर में शरीर के विशिष्ट भागों में दबाव का अनुप्रयोग किया जाता है। एक्यूप्रेशर के द्वारा शरीर के विशिष्ट बिंदुओं को उत्तेजित करके मांसपेशियों में तनाव और दर्द को कम किया जाता है। माइग्रेन सिरदर्द के लिए सबसे अच्छा दबाव बिंदु बाएं अंगूठे और सूचक उंगली के आधार के बीच की जगह में LI-4 बिंदु है।

माइग्रेन का दर्द होने पर 5 मिनट के लिए विपरीत हाथ का उपयोग करके LI-4 बिंदु पर कठोरता से दबाएं किन्तु ध्यान रहे कि यह दर्दनाक न हो, ऐसा करने से सिरदर्द दर्द से तुरंत राहत मिलती है। इसके अलावा PC6 एक्यूपॉइंट पर, जो कि हाथ की कलाई पर कलाई के आधार से तीन अंगुल ऊपर स्थित होता है, दबाव डालने से माइग्रेन में होने वाले उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याओं में राहत देता है।

2. आहार में परिवर्तन

बहुत से लोग जिन्हें माइग्रेन होता है वे ऐसे खाद्य पदार्थों को जिनसे माइग्रेन ट्रिगर होता है, पहचान कर उन्हें अपने आहार से बाहर कर सकते हैं ।

माइग्रेन ट्रिगर करने वाले भोजन में निम्न शामिल हैं:

  • प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ
  • रेड वाइन
  • शराब
  • चॉकलेट
  • कैफीन युक्त पेय

यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो क्या इसे ट्रिगर कर सकता है, इसके बारे में पता होना महत्वपूर्ण है। कुछ लोग संभावित ट्रिगर को ट्रैक करने के लिए एक खाद्य डायरी या माइग्रेन जर्नल का उपयोग भी करते हैं। इन सभी माइग्रेन ट्रिगर से बचने के लिए आहार या खाने के पैटर्न को बदलकर भविष्य में माइग्रेन को रोकने में मदद हो सकती है।

3. एसेंशियल तेल

अनेक शोधों से पता चलता है की एसेंशियल ऑयल्स बिभिन्न प्रकार के सिरदर्द में आराम पहुंचने में सक्षम होते हैं एसेंशियल तेलों को अक्सर प्राकृतिक उपचार के रूप में और रोगाणुरोधी के रूप में उपयोग किया जाता है।

लैवेंडर एसेंशियल का प्रयोग तनाव, चिंता, डिप्रेशन, सिरदर्द और माइग्रेन को दूर करने के लिए किया जाता है। यूरोपीय न्यूरोलॉजी में प्रकाशित अध्ययन में पाया गया कि लैवेंडर ऑयल इनहेलेशन से माइग्रेन के सिरदर्द की गंभीरता को कम करने में भी मदद मिलती है।

4. स्ट्रेस या तनाव मैनेजमेंट

तनाव को माइग्रेन के ट्रिगर होने का सबसे सामान्य कारण माना जाता है। तनाव के कारण माइग्रेन लगातार भी बना रह सकता है और यह बार बार माइग्रेन सिरदर्द का कारण बन सकता है और दूसरे माइग्रेन को ट्रिगर करता है।

जर्नलिंग, व्यायाम या ध्यान करके तनाव प्रबंधन किया जा सकता है जो भविष्य में माइग्रेन को रोकने में मदद करता है। इसके अलावा लोग तनाव प्रबंधन के लिए क्लास भी ले सकते हैं। गर्म स्नान और संगीत सुनने से भी तनाव को कम किया जा सकता है, साथ ही, यदि आप महसूस होने वाले तनाव को दूर करने का प्रयास कर सकते हैं, तो यह भी माइग्रेन से आराम देगा।

इन सकारात्मक कार्यों को करके, एक व्यक्ति अपने जीवन में तनाव के लिए अपने शरीर की प्रतिक्रिया को नियंत्रित कर सकता है।

5. योग या स्ट्रेचिंग

योग रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने और मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद करता है, अतः योग के द्वारा माइग्रेन के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। एक अध्ययन के अनुसार नियमित योग अभ्यास करके माइग्रेन का उपचार किया जा सकता है। योग शरीर में तनाव और टेंशन को कम करने में मदद करता है। योग व्यक्ति को आराम देता है, और वास्तव में पूरे शरीर में परिसंचरण में सुधार करता है।

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6. एक्यूपंक्चर

एक्यूपंक्चर माइग्रेन के सिरदर्द वाले लोगों के लिए एक प्रभावी उपचार विकल्प है। सटीक बिंदुओं की परवाह किए बिना, त्वचा में सुई घुसाकर माइग्रेन और दर्द को कम किया जा सकता है।

जो लोग माइग्रेन के लिए एक्यूपंक्चर का उपयोग करने में रुचि रखते हैं, उन्हें उपचार के लिए एक लाइसेंस प्राप्त चिकित्सक को ही दिखाना चाहिए।

7. मालिश

गर्दन और कंधों में मांसपेशियों की मालिश करने से तनाव को दूर करने और माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। मालिश से तनाव भी कम हो सकता है।

माइग्रेन से पीड़ित लोग मालिश के लिए मसाज पारलर का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा, एक टेनिस बॉल से अपने कंधे और पीठ की मालिश क्र सकते हैं।

8. हर्बल सप्लीमेंट

बटरबर और फीवरफ्यू , ये दो हर्बल सप्लीमेंट होते हैं जो माइग्रेन के दर्द और इसके लगातार होने को कम करने में सहायक हो सकते हैं। लगभग 3 महीने तक माइग्रेन की आवृत्ति कम करने के लिए बटरबर के 150 मिलीग्राम (मिलीग्राम) की एक दैनिक खुराक काफी प्रभावी होती है। माइग्रेन को कम करने के लिए फीवरफ्यू का उपयोग भी किया जा सकता है परन्तु बटरबर की तुलना में फीवरफ्यू कम प्रभावी होता है। हालांकि, फीवरफ्यू कुछ लोगों के लिए मददगार हो सकता है।

9. हाइड्रेटेड रहें

पर्याप्त पानी न पीना भी माइग्रेन या अधकपारी को ट्रिगर करता है या यूँ कहें कि पर्याप्त पानी न पीना माइग्रेन को ट्रिगर करने वाला एक कारक होता है। यहाँ तक कि मामूली निर्जलीकरण भी माइग्रेन को ट्रिगर करने के लिए काफी होता है।

निर्जलीकरण से बचने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। दिन भर पानी पीना, और एक स्वस्थ आहार, आमतौर पर पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहने के लिए पर्याप्त है।

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10. पूरा आराम लें/ अच्छे से नींद लें

नींद की कमी और बहुत अधिक नींद भी माइग्रेन के सिरदर्द को ट्रिगर कर सकती है। प्रत्येक रात को 7-9 घंटे की आरामदायक नींद लेने से तनाव को कम करने और माइग्रेन को रोकने में मदद मिल सकती है।

यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो इन घरेलू इलाजों के अलावा भी, डॉक्टर या माइग्रेन विशेषज्ञ से सलाह लेनी चाहिए। इन सबके अलावा आप डॉक्टर या माइग्रेन विशेषज्ञ से सलाह लेकर एक निश्चित आहार भी खोज सकते हैं और माइग्रेन जर्नल रखना ट्रिगर और माइग्रेन के प्रभावी उपचार की पहचान करने में उपयोगी हो सकता है।

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