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FreedomFrom Diwali After Effects in Hindi - दिवाली के दुष्परिणाम और उनका निवारण

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आपने अपने दोस्तों,परिवारजनों आदि के साथ पटाखे फोड़कर शानदार दिवाली मनाई होगी, है ना? परन्तु आपको यह नहीं पता कि दिवाली के बाद शरीर पर और पर्यावरण पर क्या असर पड़ता है और न ही हम ऐसा करते समय इसके बारे में तनिक भी विचार करते हैं।मौसम विज्ञान विभाग की एक रिपोर्ट के अनुसार,दिल्ली में गत वर्ष का उच्चतम स्तर का रिस्पॉन्सिबल सस्पेंडेड पार्टिकुलेट मैटर (RSPM) प्रदूषण पोस्ट-दिवाली 531 मिलीग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया था - जोकि RSPM के सामान्य स्तर की तुलना में पांच गुना अधिक है। इससे सबसे अधिक श्वसन संबंधी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है- दिल्ली के बाद कोलकाता में जहां निलंबित कण का स्तर 417 मिलीग्राम प्रति घन मीटर और चेन्नई में 320 मिलीग्राम प्रति घन मीटर था।आइये जानते हैं किस प्रकार दिवाली के बाद आप अपने आप को इस प्रदूषण और दिवाली के बाद के दुष्परिणामों से बचा सकते हैं-

1. दिवाली के बाद प्रदूषण से बचने के उपाय:

FreedomFrom Diwali After Effects in Hindi
 
दिवाली के बाद दिल्ली ही नहीं पूरे देश की हवा की गुणवत्ता फिर से चिंताजनक स्थिति में पहुँच चुकी है। ऐसी स्थिति में अपने आपको प्रदूषण से बचाना अत्यंत आवश्यक हो चुका है अन्यथा आपके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। अतः यहाँ आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस प्रकार से आप अपने आपको और अपने प्रियजनों को प्रदूषण से बचा सकते हैं:
  • अपने घर की हवा को शुद्ध रखें, इसके लिए आप अपने घरों में इनडोर एयर प्योरिफाइंग प्लांट्स यानि की हवा शुद्ध करने वाले पौधे लगा सकते हैं। इसके अलावा आप एयर प्यूरिफायर्स का भी प्रयोग कर सकते हैं।
  • बाहर निकलने से पहले अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क का उपयोग करें, और जितना हो सके शरीर को अच्छी तरह ढाँकने वाले कपडे पहने।
  • अपनी इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे तुलसी की पत्तियॉँ, अदरक, पालक इत्यादि का सेवन करें।
  • अपने घर के आस पास के प्रदूषण को कम करने के लिए अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं।
  • जितना हो सके घर से बाहर न निकलें, और प्रदूषण से अपने आपको बचायें।
  • घर पर ही व्यायाम करें, बाहर खुले में व्यायाम न करें

2. दिवाली के बाद शरीर को डीटॉक्स करने के उपाय:

FreedomFrom Diwali After Effects in Hindi
 
निःसंदेह दिवाली दुनिया का सबसे मधुर और हर्ष उल्लास से मनाया जाने वाला अवसर है। दीवाली के दौरान स्नैक्स और ड्रिंक के साथ एक के बाद एक मिठाई का प्रलोभन आपके स्वस्थ आहार योजना के लिए खराब हो सकता है।दिवाली के अवसर पर हम काफी कुछ खाते हैं, और इस सब मिठाई, पकवान और बाहर के प्रदूषण इत्यादि के कारण भी हमारे स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। अतः आज हम आपको बताने जा रहे हैं दिवाली के बाद अपने आपको डीटॉक्स कैसे करें:
  • दिवाली के बाद आपकी प्राथमिकता होनी चाहिए की किस प्रकार अपने शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकले अपने पेट के स्वास्थ्य को बनाये रखें। इसके लिए प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्यों जैसे दही, केफिर का सेवन करें। प्रोबायोटिक्स अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो आपके पेट के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं।
  • उत्तम गुणवत्ता की नींद लें, इसके लिए कम से कम 7-8 घंटे सोना अत्यंत आवश्यक होता है। दिवाली के दौरान अक्सर लोग देर रात तक जगे रहते हैं, और शायद आपको ज्ञात न हो - नींद विषहरण यानि डीटॉक्सिफिकेशन का एक महत्वपूर्ण पहलू है क्योंकि यह शरीर को दिन भर में जमा हुए जहरीले कचरे को हटाकर शरीर को ठीक करने और रिचार्ज करने की अनुमति देता है।
  • जितना हो सके ताजे फलों का सेवन करें, यह दिवाली के बाद अपने शरीर को डीटॉक्स करने का सबसे उत्तम विचार हो सकता है।
  • दिवाली के बाद ऐसे भोजन का सेवन करें जिसको पचाने में आसानी हो।
  • अपने आपको हाइड्रेटेड रखें यानि की पानी अच्छे से और भरपूर मात्रा में पियें। प्रातः सुबह खूब सारा पानी या निम्बू पानी पियें ऐसा करके आप अपने शरीर को डीटॉक्स कर सकते है।
  • घर पर बनी डीटॉक्स ड्रिंक्स पियें, ये सरल और प्रभावी पेय वजन घटाने और पाचन में सुधार करके दिवाली भोजन के प्रभावों से छुटकारा पाने में मदद करते हैं। इसलिए दिन में कम से कम एक बार स्वस्थ डीटॉक्स ड्रिंक पीने की कोशिश करें

3. पटाखों से जले घाव को सही करने के उपाय

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वैसे तो हमने अपने पिछले लेख में आपको बताया था की दिवाली पर पटाखों का प्रयोग न करें, ऐसा करने से बहुत से दुष्परिणाम हो सकते हैं। किन्तु यदि आपने फिर भी पटाखे जलायें हैं और इससे आप को कोई हानि जैसे - जलना काटना इत्यादि हुआ है तो आप नीचे लिखे उपायों को कर सकते हैं:
  • यदि आपका या आपके बच्चे का बर्न बहुत गंभीर नहीं है तो घर पर ही प्राथमिक उपचार करें। इसके लिए आप ठन्डे पानी का उपयोग कर सकते हैं। थोड़ा जलने पर चलते ठन्डे पानी के नीचे जले हुए शरीर के भाग को रखें।
  • अपनी त्वचा को ठंडे और साफ कपड़े से साफ करें। कोल्ड कम्प्रेशन दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करता है। केवल 5 मिनट में, आप अपनी सूजन, लालिमा और दर्द को कम करते हुए देखेंगे।
  • अपने एंटी इंफ्लामेटरी गुणों के कारण एलोवेरा का उपयोग बर्न से हुई जलन और दर्द को कम करने के लिए किया जा सकता है।
  • टी बैग्स में टैनिक एसिड होता है, जो बर्न की गर्मी को शांत कर सकता है और दर्द से राहत दिला सकता है। ठंडे पानी से त्वचा को साफ करने के बाद चोट पर गीले टी बैग्स लगाएं।
इन सभी टिप्स का अनुसरण करके आप आपने आपको दिवाली के बाद के दुष्परिणामों से बचा सकते हैं।