पाइल्स के बारे में (bawaseer ka ilaj) आपने सुना ही होगा क्योंकि यह बहुत ही आम समस्या है और अधिकतर 45 से 65 वर्ष की उम्र के लोगों में सबसे ज्यादा होती है। पाइल्स का दर्द बहुत ही भयंकर और दर्दनाक होता है, इसमें आपके गुदा में और गुदा के निचले हिस्से के चारों ओर नसों में सूजन आ जाती है। इसमें कभी कभी आपकी गुदा में भयंकर दर्द के साथ खुजली होना और मल के साथ खून आना इसके आम लक्षणों में से एक है। जिन व्यक्तियों को बवासीर होता है उन्हें उठने-बैठने में भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसके इलाज के लिए आप अपने डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं साथ ही साथ कुछ घरेलू नुस्खों (Piles Home Remedies in Hindi) की सहायता से भी बवासीर का इलाज किया (bavasir ka ilaaj) जा सकता है। आइये जानते हैं पाइल्स को सही करने के कुछ घरेलू रामबाण इलाज।
यह भी पढ़ें: बवासीर बनाम रेक्टल प्रोलैप्स: क्या अंतर है?
बवासीर के कारण और लक्षण (Piles Symptoms and Causes in Hindi)
बवासीर को हेमोरोइड या पाइल्स भी कहा जाता है। यह 2 प्रकार का होता है- आंतरिक और बाहरी, आंतरिक बवासीर गुदा के अंदर होता है और बाहरी बवासीर गुदा के बाहर होता है। 75 प्रतिशत लोगों को बवासीर एक ही जगह पर होता है और 50 से ज्यादा की आयु वाले व्यक्तियों में यह काफी आम होता है। यह अनस की ब्लड वेसल्स पर ज्यादा दबाव के कारण होता है। जिस व्यक्ति को पाइल्स होता है उसके अनस में सूजन आ जाती है और गुदा में और उसके आस-पास छोटे छोटे मस्से हो जाते हैं।
आहार में फाइबर की कमी, अपर्याप्त तरल पदार्थ का सेवन, खराब जीवन शैली, तनाव, मल त्यागते समय तनाव, कब्ज और दस्त, लंबे समय तक लगातार बैठे या खड़े रहना, शौचालय में लंबे समय तक बैठे रहना, अनल सेक्स, लगातार भारी सामान उठाने से, मोटापे से ग्रस्त होने की वजह से आपको पाइल्स हो सकता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के समय भी पाइल्स हो सकता है। अगर इसके लक्षणों की बात की जाये तो कई बार शुरूआती दिनों में रोगी में इसके लक्षण दिखाई नहीं देते परन्तु कुछ समय बाद महसूस होने लगते हैं। पाइल्स के कुछ मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं-
- खुजली
- जलन होना
- बेचैनी होना
- दर्द
- गुदा में गांठ हो जाना
- सूजन
- मल के साथ खून आना
ऊपर दिए गए लक्षणों को आप बाहरी बवासीर में अनुभव करेंगे।
पाइल्स के घरेलू उपाय (Home Remedies for Piles in Hindi)
एनआईएच के अनुसार, सामाजिक-आर्थिक और सांस्कृतिक कारकों के कारण, यह अनुमान लगाया गया है कि भारत में 40 मिलियन से अधिक लोग बवासीर से पीड़ित हैं, जबकि वास्तविक संख्या अज्ञात है।अक्सर लोगों को यह एहसास नहीं होता कि वे पाइल्स से पीड़ित हैं। गुदा में दर्द होना और खून बहना इसका बहुत आम लक्षण है। इसके अलावा गुदा में खुजली होना और गुदा से डिस्चार्ज होना भी काफी आम लक्षणों में से एक है। पर आपको चिंता करने कि कोई जरुरत नहीं है। सौभाग्य से, इस समस्या का इलाज आपके घर में ही आपको आसानी से मिल जायेगा (piles home remedies in hindi)। यहाँ बवासीर के घरेलू उपाय दिए गए हैं (piles ka gharelu ilaaj) जो बहुत ही चमत्कारिक परिणाम देते हैं। (piles treatment in hindi) आइये जानते हैं पाइल्स के कुछ घरेलू उपाय
खान-पान में सुधार
आप अपने खान पान की आदतों और जीवन शैली में कुछ बदलाव लाकर पाइल्स की समस्या का घरेलू उपचार कर सकते हैं। अपने भोजन में फाइबर युक्त फल और सब्जियों को शामिल करके आप अपने मल त्यागने की आदत को नियमित कर सकते हैं। इसके अलावा रात के समय कोशिश करें की ज्यादा हैवी भोजन न करें और जितना ज्यादा से ज्यादा हो सके पानी और तरल पदार्थ पियें।
पाइल्स के रोगियों को कैफीन के सेवन से भी बचना चाहिए, ऐसा करने से आप बवासीर से मुक्ति पा सकते हैं।
यह भी पढ़ें: बवासीर के सर्वोत्तम उपचार विकल्प
2. वजन कम करके
अधिक वजन होना भी पाइल्स का एक बहुत बड़ा कारण होता है, बवासीर को खत्म करने के लिए जरूरी है की आप अपना वजन घटायें। बहुत बार डॉक्टर्स भी पाइल्स के इलाज के लिए वजन घटाने की सलाह देते हैं। उसके लिए जरुरी है की आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और अपनी डाइटरी हेबिट्स में उचित सुधार करें। ऐसा करके आप घर पर ही बवासीर का इलाज कर सकते हैं और भविष्य में इस समस्या का शिकार होने से भी बच सकते हैं।
3. विच हेज़ेल
बहुत से लोग बाहरी पाइल्स से राहत पाने के लिए विच हेज़ल का उपयोग करते हैं, प्राकृतिक विच हेज़ेल एंटीऑक्सीडेंट और अज्वलनशील होता है जो नील पड़ने से भी बचाता है। यह एक एस्ट्रिजेंट होता है जो हेमोरोइड्स में टिस्सुस को श्रिंक करने का काम करता है।
एक कॉटन बॉल पर थोड़ा सा विच हेज़ल लगाने से हेमोराइड और उसके कई लक्षणों में राहत मिलती है। विच हेज़ल का प्रयोग करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसे डाइल्यूट करने के लिए इसमें अल्कोहल न मिलाएं क्योंकि ऐसा करने से हेमोरोइड और परेशान हो सकता है या सूख भी सकता है।
यह भी पढ़ें: बवासीर के इलाज के लिए सर्वश्रेष्ठ होम्योपैथिक दवा
4. सिट्ज़ स्नान
बवासीर में तुरंत आराम के लिए क्या करें? सिट्ज़ स्नान एक प्रकार का गर्म और शैलो स्नान होता है जो पेरिनेम को साफ करता है, जो गुदाशय और वल्वा या स्क्रोटम के बीच की जगह होती है। एक सिट्ज़ स्नान जननांग क्षेत्र में दर्द और खुजली (bavasir ka ilaaj) से भी राहत प्रदान करता हैं।
सिट्ज़ स्नान बवासीर के दर्द, जलन, और सूजन में राहत प्रदान करता हैं, लेकिन इसके साथ अन्य उपचार की भी आवश्यकता होती है।
5. मूली का जूस
अगर आपको बवासीर है तो मूली का जूस और मूली खाना दोनों ही बहुत फायदेमंद साबित हो सकते हैं। परन्तु इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए की एक बार में 25 से 50 gram तक ही जूस लेना चाहिए।
6. अरण्डी का तेल
बवासीर का रामबाण आयुर्वेदिक इलाज के लिए कैस्टर ऑयल या अरंडी का तेल में एंटी-ऑक्सीडेंट, एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरिया और अज्वलनशील जैसे गुण होते हैं। इसलिए, इसमें पाइल्स के आकार को कम करने और इसमें होने वाले दर्द को कम करने की शक्ति होती है। इसके लिए हर रात दूध में 3ml कैस्टर ऑयल लें साथ ही आप इसे प्रभावित जगह पर भी लगा सकते हैं। कैस्टर ऑयल को प्रभावित जगह पर लगाने और इसके नियमित सेवन से बवासीर के दर्द में आराम मिलता है।
7. किशमिश का जूस
किशमिश की सहायता से भी आप पाइल्स का घरेलू उपचार कर सकतें हैं। किशमिश का जूस बनाकर पिया जाये तो यह भी बवासीर में बहुत फ़ायदेमंद होता है। किशमिश की कुछ मात्रा लेकर उसे पूरी रात पानी में भिगोकर रखें और सुबह इस पानी में ही किशमिश को पीसकर पीने से बवासीर से राहत मिलती है।
8. तोरई का जूस
इस घरेलू उपचार के लिए आपको चाहिए की कड़वी तोरई का रस निकालकर उसमे थोड़ी हल्दी और नीम का तेल मिलाकर लेप बना लीजिये और प्रतिदिन पाइल्स के मस्सों पर लगाइये ऐसा करने से पाइल्स के मस्से जड़से खतम हो जाते हैं।
9. नारियल का तेल
पाइल्स के घरेलू उपायों में से एक ये भी है। नारियल का तेल एक प्राकृतिक मॉइस्चराइज़र है, जो हेमोराइड के लक्षणों को काम करने में मदद करता है। नारियल के तेल को लगाने से जलन और सूजन कम हो सकती है।
10. एलोवेरा
एलोवेरा का अज्वलनशील गुण बवासीर की सूजन को शांत करने में मदद करता है। एलोवेरा की सहायता से आप पाइल्स का घर में इलाज कर सकते हैं। इसके अज्वलनशील गुण के कारण ही इसका उपयोग हेमोरोइड के कई लक्षणों को कम करने के लिए किया जाता है।
यह भी पढ़ें: एलोवेरा ड्रिंक: कैसे बनाएं, फायदे और दुष्प्रभाव
11. आइस पैक के सहायता से
पाइल्स में बर्फ या ठंडे पैक लगाने से दर्द और सूजन से छुटकारा पाने में भी मदद मिल सकती है। जब आप बैठे हुए हों या जब हेमोराइड फ्लेरेस हो तो आइस पैक लगाने से दर्द में और सूजन में अस्थायी रूप से आराम मिलता है। त्वचा को नुकसान से बचाने के लिए आइस क्यूब्स को एक छोटे तौलिये में लपेट कर 15 min के लिए लगाना चाहिए और इस प्रक्रिया को प्रति घंटा दोहराएं।
12. असाफोटीडा या हींग
अपने भोजन में हींग को शमिल करने से आपका पाचन सिस्टम सही बना रहता है और डाइजेस्टिव हेल्थ अच्छी बनी रहती है। हींग पाइल्स को ठीक करने में भी काफी योगदान देती है। हींग का सेवन आप अपनी सब्जी में डालकर या पानी में घोलकर कर सकते हैं।
13. सीलियम हस्क
सीलियम हस्क एक सप्लीमेंट है जो आपके फाइबर का सेवन बढ़ाने में मदद करता है, और आपके मल को नरम करता है जिससे आपको मल त्यागने में परेशानी न हो। इस बात का विशेष ध्यान रखें की फाइबर की मात्रा ज्यादा न लें वरना आपको गैस हो सकती है, और आपके पेट में भी कमी आ सकती है। अगर आप सीलियम हस्क ले रहें हैं तो जितना हो सके ज्यादा से ज्यादा पानी पियें।
14. इप्सम साल्ट और ग्लिसरीन
यह घरेलू उपचार दर्दनाक बवासीर को कम करने में मदद करता है। इन दोनों को साथ में मिलाकर लगाने से सूजन में आराम मिलता है। इस मिश्रण का प्रयोग इस प्रकार करें- ग्लिसरीन और इप्सम साल्ट की 2-2 चम्मच लेकर मिलाएं और प्रभावित जगह पर लगायें और 15 से 20 तक इसे लगा रहने दें। इसे हर 4 से 6 घंटे के अंतराल पर लगाते रहें जब तक कि दर्द से राहत नहीं मिल जाती।
अगर आप बवासीर से पीड़ित हैं तो एक बार इन घरेलू उपायों को अवश्य इस्तेमाल करें। इन सभी पाइल्स का इलाज हिंदी(Piles Home Remedies in Hindi) की सहायता से आप आसानी से बवासीर से छुटकारा पा सकते हैं और ये सभी घरेलू नुस्खे आसानी से उपलब्ध भी हो जाते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
बवासीर को जड़ से खत्म कैसे किया जाता है?
बवासीर से छुटकारा पाने के असरदार उपाय: 1. दवाएं। 2. जीवन शैली में परिवर्तन। 3. सर्जिकल विकल्प। 4. बैंडिंग। 5. स्क्लेरोथेरेपी। 6. इन्फ्रारेड जमावट। 7. रक्तस्रावी। 8. बवासीर स्टेपलिंग।
बवासीर का सबसे अच्छा आयुर्वेदिक इलाज क्या है?
क्षार को एक विशेष उपकरण का उपयोग करके बवासीर पर लगाया जाता है जिसे स्लिट प्रोक्टोस्कोप कहा जाता है। पेस्ट तब रासायनिक रूप से बवासीर को दागदार करता है, जो खुला और खून बह रहा हो सकता है। आयुर्वेदिक चिकित्सा में इस क्षर कर्म विधि को बवासीर के इलाज के लिए सबसे अच्छा तरीका माना जाता है।
बवासीर में तुरंत आराम पाने के लिए क्या करें?
बवासीर का घरेलू इलाज 1. इप्सॉम नमक के साथ गर्म स्नान। गुनगुने पानी से नहाने से बवासीर की जलन को शांत करने में मदद मिल सकती है। 2. कोल्ड कंप्रेस। एक बार में 15 मिनट तक सूजन से राहत पाने के लिए गुदा पर आइस पैक या कोल्ड कंप्रेस लगाएं। 3. एलोविरा। 4. ढीले सूती कपड़े।
महिला बवासीर के घरेलू उपाय क्या हो सकते हैं?
महिला बवासीर के घरेलू उपाय शामिल कर सकते हैं: फाइबर युक्त आहार की विशेष ध्यान देना, जैसे कि फल, सब्जियाँ, और अनाज। पर्यापन अभ्यास करना और पेट साफ रखना। पानी पीने की अधिक संख्या में ध्यान देना, ताकि पाचन सुधारे और सुखद दस्तावेज हो।
बाबासीर का दवाई कैसे काम करती है(hemorrhoids treatment in hindi)?
बाबासीर के दवाई विभिन्न प्रकार की होती हैं और उनका काम विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है। जलवायु नियंत्रक (वसोप्रेसिन) दवाएँ: ये दवाएँ रक्तदाब को कम करके बाबासीर के दर्द और सूजन को कम कर सकती हैं। जलवायु नियंत्रक-निषेचक (डायरेटिक्स) दवाएँ: ये बवासीर के उपचार में आमतौर पर उपयोग की जाती हैं और शारीरिक तरीके से शांति दिलाती हैं।
लेखक