एंजाइटी क्या है? क्या आपको ऐसा प्रतीत होता है कि यदि मैं यह कार्य करूँगा या में यह कहूंगा तो लोग मेरे बारे में क्या सोचेंगे? या आपको छोटी छोटी बातों को लेकर चिंता होती है? कई बार यह चिंता होना सामान्य हो सकता है। परन्तु यदि आपको यह चिंता या घबराहट नियमित रूप से हो रही है तो साबधान हो जाएँ, हो सकता है आप एंग्जायटी डिसऑर्डर (Anxiety Meaning in Hindi) के शिकार हो चुके हों।
वैसे तो चिंता होना आपके शरीर की तनाव के प्रति स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है। यह सामन्य रूप से डर का एक रूप या क्या होने वाला है की आशंका का एक रूप हो सकती है। बहुत से लोगों को जैसे बच्चों को स्कूल के पहले दिन, नौकरी के लिए इंटरव्यू देने या भाषण देने से अधिकांश लोगों को डर और घबराहट महसूस हो सकती है। यदि आप घबराहट और चिंता को लगातार महसूस कर रहे हैं, और इसके कारण आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तो स्वाभाविक रूप से आप एंग्जायटी डिसऑर्डर के शिकार हो चुके हैं। यहाँ इस लेख की सहायता से हमने बताया है की क्या होता है एंग्जायटी का मतलब और एंग्जायटी डिसऑर्डर, आइये जानते हैं एंग्जायटी इन हिंदी।
एंग्जायटी डिसऑर्डर या चिंता विकार क्या है? - Anxiety in Hindi
एंग्जायटी का मतलब - Anxiety kya hota hai (What is anxiety in hindi) (एंग्जायटी) को चिंता कहता है। बहुत से लोगों को नई जगह पर जाने, नई नौकरी शुरू करने या परीक्षा के समय घबराहट और चिंता होती है, ये लक्षण काफी सामान्य होते है। इस प्रकार की चिंता बेचैन कर सकती है , लेकिन बहुत बार यह आपको कठिन काम करने और बेहतर काम करने के लिए प्रेरित भी कर सकती है।सामन्यतः चिंता होना एक साधारण भावना है जो आती है और चली जाती है, यह आपके रोजमर्रा के जीवन में हस्तक्षेप नहीं करती है।
एंग्जायटी मीनिंग इन हिंदी - एंग्जायटी डिसऑर्डर इससे पूर्णतया भिन्न होता है - एंग्जायटी डिसऑर्डर के मामलों में, दर की भावना हर समय रहती है और कभी कभी यह आपके ऊपर हावी हो जाती है और आपके दैनिक जीवन को प्रभावित करती है। यदि हम एंग्जायटी डिसऑर्डर को परभाषित करें तो, यह इस प्रकार है- यह एक मानसिक बीमारियों (चिंता या भय की भावनाओं की विशेषता) का समूह होता है जो किसी की दैनिक गतिविधियों में हस्तक्षेप करने के लिए पर्याप्त होता है।
एंग्जायटी डिसऑर्डर (Anxiety in Hindi) आपको उन चीजों को करने से रोक सकता है जिनका आप अक्सर आनंद लेते हैं। एंग्जायटी डिसऑर्डर, यह आपको लिफ्ट में प्रवेश करने, सड़क पार करने और यहां तक कि अपने घर को छोड़ने से भी रोक सकता है। यदि इस डिसऑर्डर को अनुपचारित छोड़ दिया जाता है, तो यह आपके जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है ।
महिलाओं को पुरुषों की तुलना में एंग्जायटी डिसऑर्डर होने की अधिक संभावना होती है।
एंग्जायटी डिसऑर्डर के प्रकार
एंग्जायटी डिसऑर्डर, बहुत सी मानसिक बीमारियों का समूह होता है, जिसमें विभिन्न परिस्थितियां शामिल हैं:पैनिक डिसऑर्डर: इस प्रकार के डिसऑर्डर में आप अचानक से किसी खास वस्तु या परिस्थिति से भय महसूस करते हैं। पैनिक अटैक के दौरान, आपको पसीना भी आ सकता है, सीने में दर्द हो सकता है और पेलपिटेशन (असामान्य रूप से मजबूत या अनियमित दिल की धड़कन) महसूस हो सकता है। कभी-कभी आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि आपका दम घुट रहा है या आपको दिल का दौरा पड़ रहा है।
सोशल एंग्जायटी डिसऑर्डर: इस प्रकार के डिसऑर्डर को सामाजिक भय भी कहा जाता है, यह तब होता है जब आप रोजमर्रा की सामाजिक स्थितियों के बारे में अत्यधिक चिंता और आत्म-चेतना महसूस करते हैं। इसमें आप बिना किसी की राय जाने यह तय कर लेते हैं कि आप ये करेंगे या वो कहेंगे तो लोग आपके ऊपर उपहास करेंगे।
विशिष्ट फोबिया: इस प्रकार के एंग्जायटी डिसऑर्डर में आप किसी विशिष्ट वस्तु या स्थिति से बहुत ज्यादा भय महसूस करते हैं, जैसे ऊंचाइयों या उड़ान। इसमें आपका डर बाहत ज्यादा बढ़ सकता है और सामन्य स्तिथियों में भी आपके ऊपर हावी हो सकता है।
सामान्यीकृत एंग्जायटी डिसऑर्डर: इसमें आप बहुत ज्यादा या बिना किसी कारण के अत्यधिक, अवास्तविक चिंता और तनाव महसूस करते हैं।
एंग्जायटी डिसऑर्डर के लक्षण (Anxiety ke Lakshan) - Anxiety Symptoms in Hindi
एंग्जायटी अलग अलग व्यक्ति को अलग प्रकार से महसूस हो सकती है यह उसके अनुभव करने के आधार पर होता है। फीलिंग्स आपके पेट में तितलियों से लेकर रेसिंग हार्ट तक हो सकती हैं। कभी कभी आप अपने आपको नियंत्रण से बाहर महसूस कर सकते हैं, जैसे आपके मन और शरीर के बीच एक डिस्कनेक्ट हो। इसके अलावा लोग एंग्जायटी का अनुभव कर सकते हैं उनमे शामिल हैं - बुरे सपने, घबराहट के दौरे और दर्दनाक विचार या यादें आना जिन्हें आप नियंत्रित नहीं कर सकते हैं। इसमें आपको भय और चिंता (Anxiety in Hindi) की एक सामान्य भावना हो सकती है, या आपको किसी विशिष्ट स्थान या घटना से डर लग सकता है।
एंग्जायटी के कुछ अन्य लक्षण इस प्रकार हैं-- बढ़ी हुई हृदय गति
- तेजी से साँस लेना
- बेचैनी होना
- ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना
- सोने में कठिनाई होना
- बेहोशी या चक्कर आना
- साँसों में कमी आना
- मुँह सूखना
- पसीना आना
- ठंड लगना या अचानक गर्मी लगना
- चिंता होना
- डर लगना
- स्तब्ध हो जाना या सुन्न हो जाना
एंग्जायटी के कारण
रिसर्चर्स के अनुसार एंग्जायटी के सटीक कारणों के बारे में कुछ भी सुनिश्चित नहीं हैं। लेकिन, यह कुछ कारकों जैसे आनुवांशिक और पर्यावरणीय कारक के साथ ही माइंड केमिस्ट्री के कारण हो सकती है। इसके अलावा, रिसर्चर्स का मानना है कि डर को नियंत्रित करने के लिए जिम्मेदार मस्तिष्क का क्षेत्र भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है।
एंग्जायटी से बचने का इलाज
- कुछ लोग इस डिसऑर्डर के समाधान के लिए इसके लक्षणों को पहचान कर, अपने लाइफ स्टाइल में बदलाव लाकर इसका इलाज कर लेते हैं।
- मध्यम या गंभीर मामलों में, हालांकि, उपचार आपके लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकता है, इसके लिए दिन-प्रतिदिन और अधिक मैनेजेबल जीवन जीना पड़ सकता है।
- एंग्जायटी का इलाज दो श्रेणियों में होता है- साइकोथेरेपी के द्वारा और दवाइयों की सहायता से। थेरेपिस्ट या साइकोलॉजिस्ट आपको एंग्जायटी पर काबू पाने में मदद कर सकते हैं। उनकी सहायता से आप आसानी से सीख सकते हैं कि एंग्जायटी से कैसे डील करें।
- एंग्जायटी की दवाओं में आमतौर पर एंटीडिपेंटेंट्स और सेडेटिव्स शामिल होते हैं, ये आपके मस्तिष्क की केमिस्ट्री को संतुलित करने में, एंग्जायटी रोकने में, और इस डिसऑर्डर के गंभीर लक्षणों को शांत करने में मदद करते हैं।
जीवनशैली में बदलाव कुछ तनाव और एंग्जायटी को दूर करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। अधिकांश प्राकृतिक इलाज जैसे आपके शरीर की देखभाल, स्वास्थ्य गतिविधियों में भाग लेना और अस्वस्थ गतिविधियों को समाप्त करना शामिल है।
इसके अलावा इसमें शामिल है:- पर्याप्त नींद लीजिये
- ध्यान और मनन करना
- सदैव सक्रिय रहना और व्यायाम करना
- स्वस्थ आहार खाएं
- सक्रिय रहना और बाहर काम करना
- शराब से परहेज करें
- कैफीन से परहेज
- सिगरेट न पियें
आमतौर पर मेडिकेशन और टॉक थेरेपी एंग्जायटी का इलाज करने के लिए उपयोग किया जाता है। पर्याप्त नींद और नियमित व्यायाम की तरह जीवनशैली में बदलाव भी इसमें मदद कर सकता है। इसके अलावा, कुछ रिसर्च बताते हैं कि आपके द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थ आपके मस्तिष्क पर लाभकारी प्रभाव डाल सकते हैं यदि आप अक्सर एंग्जायटी का अनुभव करते हैं।
ये खाद्य पदार्थ निम्नलिखित हैं-- सैल्मन
- कैमोमाइल
- हल्दी
- डार्क चॉकलेट
- दही
- ग्रीन टी
एंग्जायटी डिसऑर्डर (Anxiety Meaning in Hindi) का इलाज दवा, साइकोलोजी या दोनों के संयोजन से किया जा सकता है। कुछ लोग जिन्हें हल्का एंग्जायटी डिसऑर्डर (Anxiety Disorder Meaning in Hindi) होता है, या किसी ऐसी चीज का डर होता है, जिससे वे आसानी से बच सकते हैं, ऐसी स्थिति के साथ रहने और इसका इलाज न करने का निर्णय ले लेते हैं। यहाँ यह समझना महत्वपूर्ण है कि एंग्जायटी डिसऑर्डर (Anxiety in Hindi) का इलाज किया जा सकता है, यहां तक कि गंभीर मामलों में भी। हालाँकि, एंग्जायटी आमतौर पर दूर नहीं होती है, पर आप इसे मैनेज करना सीख सकते हैं और एक खुशहाल, स्वस्थ जीवन जी सकते हैं। अधिक जानकारी और मुफ़्त व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए, क्रेडीहेल्थ चिकित्सा विशेषज्ञों से बात करने के लिए यहां क्लिक करे।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों
चिंता के 5 लक्षण क्या हैं?
चिंता के लक्षण और लक्षण क्या हैं? बेचैनी, घाव-अप या किनारे पर लग रहा है। आसानी से थक जाना। ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई होना। चिड़चिड़ा होना। सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पेट में दर्द या अस्पष्टीकृत दर्द होना। चिंता की भावनाओं को नियंत्रित करने में कठिनाई।
मैं अपनी चिंता का इलाज कैसे करूं?
किसी ऐसे व्यक्ति से बात करें जिस पर आप भरोसा करते हैं। किसी ऐसे व्यक्ति से बात करना जिस पर आप भरोसा करते हैं, जो आपको चिंतित कर रहा है, राहत दे सकता है। अपनी चिंताओं को जोड़ने का प्रबंधन करने का प्रयास करें। अपने शारीरिक स्वास्थ्य ऐड का ध्यान रखें। साँस लेने के व्यायाम जोड़ने का प्रयास करें। एक डायरी ऐड रखें। पूरक और वैकल्पिक उपचार जोड़ें।
चिंता के 3 लक्षण क्या हैं?
इनमें शामिल हो सकते हैं: तनाव, घबराहट या आराम करने में असमर्थ महसूस करना। भय का भाव होना, या सबसे बुरे से डरना। ऐसा महसूस करना कि दुनिया तेज या धीमी हो रही है। ऐसा महसूस होना कि दूसरे लोग देख सकते हैं कि आप चिंतित हैं और आपकी ओर देख रहे हैं।
कौन सी चिंता का कारण बनता है?
चिंता एक मानसिक स्थिति, एक शारीरिक स्थिति, दवाओं के प्रभाव, तनावपूर्ण जीवन की घटनाओं या इनके संयोजन के कारण हो सकती है। डॉक्टर का प्रारंभिक कार्य यह देखना है कि क्या आपकी चिंता किसी अन्य चिकित्सा स्थिति का लक्षण है। चिंता विकार सामान्य चिंता से अलग होते हैं।
क्या चिंता एक मानसिक बीमारी है?
चिंता विकार मानसिक विकारों में सबसे आम हैं और लगभग 30% वयस्कों को उनके जीवन के किसी बिंदु पर प्रभावित करते हैं। लेकिन चिंता विकार इलाज योग्य हैं और कई प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं। उपचार अधिकांश लोगों को सामान्य उत्पादक जीवन जीने में मदद करता है।
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